Categories: मुक्तक
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शायरी संग्रह भाग 2 ।।
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वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…
Atisunder
सही बात है
Good
नहीं कहा गुंडागर्दी का कोई धर्म नहीं होता
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति