प्यारी भाभी का जन्म दिन

मां के आंगन को, पकवानों की खुशबू से महकाती है।
कभी बहन बनकर, कभी दोस्त बनकर, रास्ता दिखाती हैं।

ख़ामोश मुस्कुराहट से ही, सब-कुछ कहजाति है।
पर कभी – कभी तो, बड़ी-बड़ी आंखों से हमें डराती है।

माना कि भैया ने ढूंढा है, पर हमने तुमको पाया है,
हर आशाओं को तुमने, अहसासो से सजाया है।

कितना कुछ कहना चाहुं, पर शब्द नहीं हैं कहने को।
अब छोड़ो चलो, बातों को बातों के लिए रहने दो।

शुभ हो जन्मदिवस, और वर्ष हो खुशियों से सरोबार।
ढेरों शुभकामनाओं के साथ, स्वीकारो हमारा ‘प्रेम’ रुपी उपहार।

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

Responses

+

New Report

Close