विजयी भव

मुश्किलें किसके जीवन में नहीं आतीं
ये दृढ़ता से समझना होगा
खुद की कोशिश नाकाम नहीं होतीं
विजय पथ पर खुद अग्रसर होना होगा
जब कोई अपने हिसाब से लड़ता जाता है
कुछ बेख़ौफ़ बढ़ते रहते हैं
कुछ थक हार मान लेते हैं
कुछ सहारों की तलाश करते हैं
कुछ टूट कर बिखर जाते हैं
मुश्किलों का अफ़सोस न करना
ये तो ज़िन्दगी का अबूझ हिस्सा है
अगर मगर में क्या बंधक होना
हर सफलता से जुड़ा एक कठिन किस्सा है
आसमाँ की लगन गर लगी है तो
ज़मीन से जुड़कर रहना होगा
कर्म को बली करो,भेद लो चक्रव्यूह
उस जीत का फिर,क्या कहना होगा
©अनीता शर्मा
अभिव्यक़्ति बस दिल से

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

अपहरण

” अपहरण “हाथों में तख्ती, गाड़ी पर लाउडस्पीकर, हट्टे -कट्टे, मोटे -पतले, नर- नारी, नौजवानों- बूढ़े लोगों  की भीड़, कुछ पैदल और कुछ दो पहिया वाहन…

Responses

  1. कोशिश तो कभी नहीं नाकाम होती और इंसान को हमेशा कोशिश करती रहना चाहिए

+

New Report

Close