हक़

इतने मशरूफ हो गए हम
औरों में ए- ज़िंदगी…
कि भूल ही गए…
तुझ पर हमारा भी तो
कोई हक था। 😞😒💔
HEMANKUR❤️

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Responses

  1. बहुत ही अच्छा खयाल बेहतर रचना । बस मशरूफ़ की जगह उसे मसरूफ कर दीजिएगा उर्दू में मसरूफ का ही मतलब व्यस्त होना होता है ।

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