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“देवोत्थान एकादशी”
आषाण की एकादशी को सभी देव सो जाते हैं… और कार्तिक की एकादशी को सभी देव जग जाते हैं… इसीलिए इस दिन को देवोत्थान एकादशी…
*देवोत्थान एकादशी*
कार्तिक मास की, शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवोत्थान एकादशी आई है ये प्रबोधिनी एकादशी भी कहलाई है हर्षोल्लास साथ में लाई है आषाढ़ मास…
तुलसी विवाह की कथा
एक श्राप के कारण, शालिग्राम बने नारायण लक्ष्मी माँ ने फ़िर, अवतार लिया तुलसी का कार्तिक की एकादशी को, विवाह-बंधन में बंधे दोबारा मेहंदी, महावर,बिंदी…
दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
“मैं स्त्री हूं”
सृष्टि कल्याण को कालकूट पिया था शिव ने, मैं भी जन्म से मृत्यु तक कालकूट ही पीती हूं। मैं स्त्री हूं। (कालकूट –…
वाह, तुलसी माँ के विवाह का बहुत ही सुन्दर चित्रण किया है, प्रज्ञा जी ने अपनी इस कविता में। जय हो तुलसी माँ की
धन्यवाद
बहुत खूब, अति सुंदर कविता
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अतिसुंदर रचना