प्रीत

May 5, 2022 in गीत

प्रीत रोग के मारे दिल को
हम को ये तो बताना था
हम को .गम तो और भी हैं
लेकिन इसी का .जमाना धा
हम को ही पछताना धा
इस के संग तो .फसाना धा
लगता ये अ.फसाना है
हम को तो पछताना है