समय

June 21, 2023 in Poetry on Picture Contest

समय भी ना क्या खूब चीज है
कभी बहते समुद्र की रेत की तरह
तो कभी
साइकिल की घूमती पैयों की तरह
समय क्या खूब चीज है
कभी जीवन का अर्थ समझौता है
उसी पैयों की तरह
तो कभी
जीवन से अर्थ चिंता है
उसी रेथ की तरह
समय क्या खूब चीज है