सुनो ना

June 20, 2023 in Other

एक बात कहनी थी
तुमसे प्यार था या पता नहीं क्या था पर कुछ तो हुआ था हमें भी,
इतने करीब आए थे हम जिस्मो का पता नहीं पर रूह छू गए थे हम भी,
बिन बात के मुस्कुराना सीख गए थे हम भी,
बिना सोए सपने सजाना सीख गए थे हम भी,
एक रोज बनूंगी उसकी उसके झूठे वादों पर एतबार करना सीख गए थे हम भी,
जब थोड़ा था उसने तो खुद को संभालना सीख गए थे हम भी,
बस कुछ ना सीख पाए तो यह उसकी यादों से छुटकारा कैसे पाएं,
उसके किए हुए वादों से कैसे मुकर जाए मिले,
ना मिले वह जी लेंगे हम भी,
बस जीते जी मरना सीख गए हम भी|