Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
Related Articles
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
Rah takti hai najre meri
राह तकती है तेरी नजरें मेरी, तेरे बगैर सुना सुना है जहां मेरा, तुझे पास बुलाती है निगाहें मेरी, इस कदर तुम चले गए जिंदगी…
हिन्दी गीत- सुना घर परिवार बिना |
हिन्दी गीत- सुना घर परिवार बिना | प्रिया प्रिय बिना देह हिय बिना | नीर क्षीर बिना भोजन खीर बिना | उत्सव उदास उपहार बिना…
Aazaadi……..!
Aazaadi ki keemat hamne bahut badi chukaai hai Tab jaa kar hamne ye aazaadi paai hai Ye din hai bahut sunhaira, ye din hai bahut…
बहुत सुंदर रचना
Thaks
wah
Thanks
Nice
Thanks
हृदय द्रवित कर दिया
Thanks Nimisha ji
😍
वाह जी वाह
Thanks