Rita arora jai hind

नर्म घास का
बिछोना बिछा
ख्वाहिशे कम
कर नीलगगन1
की छत तले
सुकून पूर्वक
सो जाता हूँ

शुभ – रात्रि रीता जयहिंद ??
???⭐✨☔???

Related Articles

Rita arora jai hind

चांदनी की चादर ओढ खुले आकाश के तले चांद तारों से बातें कर मस्त पवन के झोंको से सारी दुनिया से बेखबर जाने कब सो…

Rita arora jai hind

ऐ बंदा करम कर लेना फल की चिंता मत कर प्यारे ईश सब जानता रीता जयहिंद मैं जल चढ़ाने भोले बाबा के मंदिर में सोमवार…

Rita arora jai hind

अब ठंडक मौसम में कुछ तो बदला परिवेश सा है मनुवा नाच उठा रीता जयहिंद ऐ बंदा करम कर लेना फल की चिंता मत कर…

Rita arora jai hind

ख्वाबों को अँखियन में संजोकर पलकों की चिलमन को गिराकर उजाले को कुछ कम तुम करके गुरु जनों का सिमरन तुम करके नींद के आलिंगन…

Rita arora jai hind

मेरा परिचय नाम है मेरा रीता अरोरा परिचय का मोहताज नहीं जन्म हुआ हाथरस में कविता मेरा शौक है दिल्ली की वासी हूँ मैं आई…

Responses

New Report

Close