आत्मनिर्भर बन

शिक्षा की खदानें बंद करो
डिग्री बेचने वाली दुकानें बंद करो
छात्रों को डालो जेलों में
शिक्षकों की तनख्वाहें बंद करो
ना लूटो हमको शिक्षा के नाम से
ज़रा डरो राम के नाम से
व्यापार मत करो तुम ज्ञान की वृद्धि पर
कंधर पड़े हैं तुम्हारी बुद्धि पर
जब शिक्षा का कोई अर्थ नहीं
तो हम समय करेंगे व्यर्थ नहीं
लगाएंगे चाय और पकौड़े की दुकान
आत्मनिर्भर बन हो जाएंगे महान।

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Responses

  1. सच्चाई के साथ साथ युवा वर्ग के रोष का सटीक चित्रण ।
    वर्तमान शासन व्यवस्था की पोल खोलती समसामयिक रचना ।
    बहुत सुंदर प्रज्ञा..

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