क्योंकर छिलका खाए कृष्णा

क्योंकर छिलका खाए कृष्णा?
इतिहास हमारा क्या कहता है ?
क्या मतलब है इसका कहना?
एक प्रश्न मन पूछ रहा है
क्योंकर छिलका खाए कृष्णा?
कदलीवन नारायण को प्यारा
कदली से नित होती पूजा।
तभी विदुरजी का कदलीवन
कृष्णा को राजसभा से सूझा।।
प्रेम के वस हो मांग लिए
कुछ खाने को कृष्णा।
क्योंकर छिलका खाए कृष्णा?
भगवान अगर गुद्दा खाए तो
भक्त भला क्या खाएगा?
दम्भ पाखण्ड के भीतर कैसे
मधुर सरस रस रह पाएगा ?
“विनयचंद ” रे मान सदा
ये इतिहास का कहना ।
सचमुच छिलका खाए कृष्णा।।

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