Categories: मुक्तक
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नशा ही नशा
किसी को इश्क का नशा, किसी को रश्क का नशा। किसी को शय का नशा, किसी को मय का नशा। किसी को दौलत का नशा,…
हिम्मत कभी ना हारना
जब पास तेरे कुछ ना हो उम्मीद किसी से कुछ ना हो अमावस की रात हो काला घाना अंधकार हो तब खुद को तू सवारना…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
नशा छोड़ आगे बढ़ना है।
मेरे भारत की युवाशक्ति मत हो शिकार नशे की तू यह नशा तुझे निगल जायेगा मत हो शिकार नशे की तू । आगे बढ़ने की…
हिम्मत कभी ना हारना
जब पास तेरे कुछ ना हो उम्मीद किसी से कुछ ना हो अमावस की रात हो काला घाना अंधकार हो तब खुद को तू सवारना…
Good
👌👌
Nice