Categories: Other
Related Articles
कविता : मोहब्बत
नदी की बहती धारा है मोहब्बत सुदूर आकाश का ,एक सितारा है मोहब्बत सागर की गहराई सी है मोहब्बत निर्जन वनों की तन्हाई सी है…
लोग तो पीते है इसको, हम पीते है इसको
लोग तो पीते है इसको खुद को भुलाने के लिए, हम पीते है इसको उसको याद आने के लिए, लोग तो पीते है इसको किसी…
दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
ऐसा क्यों है
चारो दिशाओं में छाया इतना कुहा सा क्यों है यहाँ जर्रे जर्रे में बिखरा इतना धुआँ सा क्यों है शहर के चप्पे चप्पे पर तैनात…
चाहे तुम कभी मुझे से बात मत करना
चाहे तुम कभी मुझे से बात मत करना, पर हो सके तो बस Whatsapp Pe Message लिखना, चाहे कुछ भी लिखना जैसे उम्मीदें, आशाएं और…
Nice
Thx
Sahi kha
🙏🙏🙏
Good
Thx
Nice
Thx
Very good
Thx