बिना कलम मैं कौन ?

बिना कलम मैं कौन

क्या परिचय मेरा

कहां का रहवासी मैं

शायद कविता लिखने वाला

कवि था मैं

पर अब मै कौन

बिना कलम मैं कौन

 

कलम के सहारे

नन्ही नन्ही लकीरों से

रचता मैं इन्द्रजाल

सजते शब्द शर स्वतः

और कर देते हताहत

क्ष्रोता तन को

लेकिन अब रूठ गयी कलम मुझसे

नष्ट हो गए सारे शर

रिक्त हो गया मेरा तूणीर

विलीन हो गया रचित इन्द्रजाल

और मैं हो गया मायूस मौन

बिना कलम मैं कौन

Related Articles

आज़ाद हिंद

सम्पूर्ण ब्रहमण्ड भीतर विराजत  ! अनेक खंड , चंद्रमा तरेगन  !! सूर्य व अनेक उपागम् , ! किंतु मुख्य नॅव खण्डो  !!   मे पृथ्वी…

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

Responses

  1. लेकिन अब रूठ गयी कलम मुझसे
    नष्ट हो गए सारे शर
    रिक्त हो गया मेरा तूणीर
    विलीन हो गया रचित इन्द्रजाल …………………Nice Dear Panna

+

New Report

Close