Categories: मुक्तक
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ईमानदारी और अनुशासन
ईमानदारी और अनुशासन सब देते है इस पर भाषण पर किसी का नहीं है इस पर शासन जब आता है गुस्सा जो मर्ज़ी है बोलते…
आई सुहानी होली
देखो आई सुहानी होली। कैसी रंगों की रंगी रंगोली।। कण-कण में नया उल्लास है। आज धरती बनी रे खास है।। लाओ रंगों की भर-भर झोली।…
आंसू तेरी भी रही होगी कोई कहानी कही
आंसू तेरी भी रही होगी कोई कहानी कही सोचता हु कभी-कभी में, की ऐ आंसू , तेरी भी तो रही होगी कोई कहानी कही ,…
दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
लेख
कर सकें तो मदद करें मजदूर पर राजनिति नहीं आये दिन देखने को मिल रहा है सभी राजनीति पार्टियां मजदूरों पर राजनीति करने के लिए…
Nice
👏👏