महफ़िल

संवर कर आऊँगा जब तुम्हारी महफिल मे,
निगाहें तुम्हारी सिर्फ मुझ पर ठहर जायेगी।

देखेंगे जब सब तुम्हारे होठो पर हल्की-सी हँसी,
महफ़िल मे हमारी मोहब्बत ही चर्चा बन जायेगी।।

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संवर कर

संवर कर आऊँगा जब तुम्हारी महफिल में , निगाहें तुम्हारी सिर्फ मुझ पर ठहर जायेगी। देखेंगे जब सब तुम्हारे होंठो पर हल्की-सी हँसी, महफ़िल में…

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