माँ मुझे जग में आने दो
माता मुझको आने दो,
बाबा मुझको आने दो
है कसूर क्या मेरा,
जो आने से रोक रहे
में भी हूँ रक्त तेरा,
क्यों इसको भूल रहे
मुझे किलकारियां लेने दो,
माता मुझको आने दो
भूल हुई क्या मुझसे बाबा,
मैं क्या तेरी संतान नहीं
बेटा ही तेरी शान है बाबा,
मैं तेरा अभिमान नहीं
घुट घुट कर,गर्भ मैं सिसक रहे
जग मैं जीवन जीने दो
बाबा मुझको आने दो
शक्ति का अंश हूँ मैं,
तेरा ही वंश हूँ मैं
क्या मैंने अपराध किया,
मुझे गर्भ मैं मत मारो
मेरी साँसे मत छीनो
अस्तितव मेरा मत छीनो
बाबा मुझको आने दो,
माता मुझको आने दो
-विनीता श्रीवास्तव(नीरजा नीर)-
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ज्योति कुमार - July 24, 2018, 9:50 pm
Waah
Akanksha - July 26, 2018, 11:35 pm
Waah
Vinita Shrivastava - July 31, 2018, 10:37 pm
Thanks
Kanchan Dwivedi - March 8, 2020, 5:44 pm
Nice
Satish Pandey - July 31, 2020, 10:07 am
वाह वाह
Satish Pandey - July 31, 2020, 10:09 am
शानदार
मोहन सिंह मानुष - August 22, 2020, 10:58 pm
मार्मिक, बहुत ही सुन्दर