माँ मुझे जग में आने दो
माता मुझको आने दो,
बाबा मुझको आने दो
है कसूर क्या मेरा,
जो आने से रोक रहे
में भी हूँ रक्त तेरा,
क्यों इसको भूल रहे
मुझे किलकारियां लेने दो,
माता मुझको आने दो
भूल हुई क्या मुझसे बाबा,
मैं क्या तेरी संतान नहीं
बेटा ही तेरी शान है बाबा,
मैं तेरा अभिमान नहीं
घुट घुट कर,गर्भ मैं सिसक रहे
जग मैं जीवन जीने दो
बाबा मुझको आने दो
शक्ति का अंश हूँ मैं,
तेरा ही वंश हूँ मैं
क्या मैंने अपराध किया,
मुझे गर्भ मैं मत मारो
मेरी साँसे मत छीनो
अस्तितव मेरा मत छीनो
बाबा मुझको आने दो,
माता मुझको आने दो
-विनीता श्रीवास्तव(नीरजा नीर)-
Waah
Waah
Thanks
Nice
वाह वाह
शानदार
मार्मिक, बहुत ही सुन्दर