मुक्तक
हम कवियों की श्रेष्ठता का निर्णय
जबसे सॉफ्टवेयर करने लगा,
तब से हम इतने सुपरफास्ट हो गए,
कि
एक घंटे में बीस बीस कवितायें
लिखने लगे,
एक घंटा कहाँ हम लगातार
चार पांच घंटे के भीतर
सौ मौलिक कवितायें
लिखने में सफल हो गए,
और श्रेष्ठ हो गए,
सॉफ्टवेयर बेचारा क्या जाने
हम अपनी मौलिक लिख रहे हैं
या जोड़ तोड़ से,
लेकिन
सॉफ्टवेयर अचंभित तो ही रहा होगा
कि हम सुपरफास्ट हो गए
Achcha, main samajh Rahi hoon. Par fast hona achcha hai
जमाने के अनुकूल खुद को बना ले वही तो इंसान है।
वरना जमाना भी नादान है।।
अति का भला न बोलना
अति की भली न चुप
अति किसी भी चीज की ठीक नहीं
Good कविता
Ye hunar har kisi me nhi hota, likhne ki ati achchi h.
Awesome
अतुलनीय
ऐसा होना चाहिए क्योंकि जमाना 4G का है