मैं लिखती हूं कुछ अलग-सा
मैं लिखती हूं कुछ अलग-सा,
मुझे इंसानों से ,न नफ़रत हैं,
बस करती, निंदा बुराइयों की,
दुःख देने की , न हसरत है।
मैं लिखती हूं कुछ अलग-सा,
मुझे इंसानों से ,न नफ़रत हैं,
बस करती, निंदा बुराइयों की,
दुःख देने की , न हसरत है।
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NICE
Thank you
वाह
धन्यवाद
सुन्दर अभिव्यक्ति
धन्यवाद सर
,सुंदर
धन्यवाद
सुन्दर
Thank you
Very nice
Thank you
good line
Thank you
Awesome
धन्यवाद