Categories: शेर-ओ-शायरी
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गिरना
आसमान से धरती पर उस पानी का गिरना आशाएँ , उम्मीदें जगाकर उस टूटते तारे का गिरना लहराकर उचाई से उस झरने का गिरना न…
शूरवीर
आज फिर गूँज उठा कश्मीर सुन कर ये खबर दिल सहम गया और घबरा कर हाथ रिमोट पर गया खबर ऐसी थी की दिल गया…
एक सावन ऐसा भी (कहानी)
किसी ने कहा है कि प्रेम की कोई जात नहीं होती, कोई मजहब नहीं होता ।मगर हर किसी की समझ में कहां आती है…
लघुकथा
( लघुकथा ) एक गरीब महिला अपने परिवार के साथ एक टुटी झोपड़ी में रहती थी उसके परिवार में एक बेटी और एक बेटा था…
मन्दिर के भीतर
मुझे मिले नहीं भगवान हाय, मन्दिर के भीतर। मैं बना रहा नादान हाय, मन्दिर के भीतर।। मातु-पिता सच्चे ईश्वर हैं क्यों न तू पहचान करे।…
हृदय की वेदना को व्यक्त सुन्दर पंक्तियां
बहुत बहुत धन्यवाद प्रज्ञा मैम
इतनी औपचारिकता क्यों प्रतिमा?
आप मुझे अपना ही समझकर बात करो मैम ना बोलो…
जी बिल्कुल😊 मगर उसके लिए अनौपचारिक भी होना जरूरी है चलो शुरुआत हम करते हैं! फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर!
वाह, क्या बात है
बहुत बहुत धन्यवाद 🙏
सुंदर
धन्यवाद सर
बहुत सुंदर पंक्तियां
धन्यवाद सर
न जाने कौन सा आँसू मेरा राज़ खोल दे,
हम इस ख़्याल से नज़रें झुकाए बैठे हैं।
धन्यवाद