गहने है यह सब अनमोल
सिसकियां साँसें दिल चाहतें
इंतज़ार बेकरारीयाँ मुस्कराहटें
गहने है यह सब अनमोल
मिल जाए कभी भी कही भी
संभाल लीजियेगा, ख़ोयिएगा नही
हां इकठे कभी नही मिलेंगे
पर यह वादा है मेरा मिलेंगे ज़रूर
जब भी मिले, कैसे भी मिलें
संभाल लीजियेगा, ख़ोयिएगा नही
……यूई
बहुत सुंदर रचना
Nice thought