तेरी खुशी है किसमे
‘तेरी खुशी है किसमे, तय कर ये रज़ा अपनी
परेशान हो गया हूँ, दुआ बदल-बदल के..
शायद के कोशिशों से, घुट जाए दम भी मेरा,
जलती है आग भी अब, धुँआ बदल-बदल के..
होगी तेरी नज़र में, हँसी खेल ये मोहब्बत,
इश्क भी अक्सर तुझे, हुआ बदल-बदल के..
कुछ अपनी रहगुज़र में, तब्दीलियां चाहते थे,
खेला है ज़िन्दगी का, जुआ बदल-बदल के..’
– प्रयाग धर्मानी
मायने :
रज़ा – मर्ज़ी
रहगुज़र – रास्ता
तब्दीलियां – परिवर्तन
👏👏
🙏🙏
अति सुन्दर
धन्यवाद जी
बहुत शानदार
शुक्रिया
Good
शुक्रिया
बहुत ही खूब
शुक्रिया जी
अतिसुन्दर
धन्यवाद
बहुत खूब
बहुत शुक्रिया