देश का कण- कण- स्वर्ण महान है
हिमालय ताज सर पर सजा
डटकर खड़ा अम्बर में सटा
स्थिरता जिसकी पहचान है
ऐसा ही हर भारतीय का रुझान है
क्योंकि इस देश का कण-कण-सवर्ण महान है
नम्र ह्रदय उच्च विचार
मानते हम अतिथि को भगवान है
प्रतिभा ऐसी कूट -कूट भरी
जानकर दुनिया भी हैरान है
क्योंकि इस देश का कण-कण-स्वर्ण महान है.
सुन्दर- नदिया, बहते -झरने
स्वर्ग से लगी सीढ़ी के समान है
सुंदरता फैली हर कण मे
मुश्किल करना इसका बखान है
क्योंकि इस देश का कण कण- स्वर्ण- महान है.
ऊँचा सोचते बुरे विचारों से अनजान है
किस तरहा निकलना है मुश्किलों से
जनता देश का बच्चा -बच्चा विद्वान है.
हिम्मत लिए बढ़ते चलते आगे
भारत हौसलों का मैदान है
क्योंकि इस देश का कण -कण -स्वर्ण महान है
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳नीतू कंडेरा 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Nice
जय भारत जय भारती
Fan of your poetry
Nice one
वाह जी वाह
सुन्दर