प्यार है या जख्म

कविता- प्यार है या जख्म
————————–

क्या कसूर था मेरा,
बस आके एक बार बता जा|
खुश है-
आ उन्नीस बरस का प्यार बता जा|

करले तुलना प्यार से अपने,
अब पूछो जरा मन सम्मान से अपने|
पाके हसले निस दिन सपने,
आ देख दशा, सपने डरते निस दिन अपने|

हालात ने मोड़ा नहीं,
हालात को तू ने मोड़ दिया मोड़ दिया |
मिली खुशी तुम्हें ,सोच जरा,
मां बाप को किस हाल में छोड़ दिया|

तोड़ खुशी को खुशी है पाई,
जा खुशी तेरी आबाद रहे|
जा खुश रहना, खुशी में अपने,
हर जन तेरी खुशियों का सम्मान करें|

मुंह के गूंगे कान के बहरे,
अंधे लूले कोढ़ी पूछ रहे|
जिनके मुख पर कालिख थी,
हंसी छुपा के दुख बांट रहे|

कोई संस्कार बताएं,
कोई दोष दिखाएं|
हम देख रहे हैं बेटी,
कोई गाली तुझे दे जाए |

गोदी में तुझे रख कर के
दूध पिलाया आंचल में छिपा कर के|
हमें तो तूने जहर पिलाया,
सब जन को दिखा करके कर के|
✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍
ऋषि कुमार प्रभाकर

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

Responses

  1. बेटी के अनायास ही घर छोड़ जाने पर दुखी माता पिता की करुण व्यथा को बहुत सुंदर शब्दों में उतारा है। ….हृदय स्पर्शी रचना..

  2. बहुत सुन्दर, सुन्दर भाव और शिल्प, निरंतर लिखते रहिये। सुन्दर सोच है आपकी, उचित दिशा है। keep it up

  3. बिना कुछ सोचे समझे और बिन बताए ,अंध प्रेम में पड़कर जो बच्चे घर छोड़ कर चले जाते हैं उनके विषय में बहुत सुंदर रचना
    ऋषि सर आप बहुत अच्छा लिखते हो👌👏👏
    देखिए त्रुटियां तो सबसे होती है,
    मगर एक छोटी सा निवेदन मेरी तरफ से कृपया पोस्ट करने से पहले एक-दो बार कविता को पढ़ लिया करो जिससे त्रुटियों का आंकलन हो जाए।
    मैं भी ऐसा ही करता हूं! धन्यवाद ।ऐसे ही सुंदर -सुंदर लिखते रहिएगा 🙏

+

New Report

Close