Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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बेरोजगारी की जलन।
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भोजपुरी देवी गीत- घंटा घनघोर |
भोजपुरी देवी गीत- घंटा घनघोर | बजे लागल घंटा घनघोर | भरी गइल अँखिया के कगरी | घेर लेलस माई भाव बड़ी ज़ोर | तरसे…
चिंतन का विषय है।
सादर धन्यवाद शास्त्री जी
वाह।
बेहद संवेदनशील मुद्दा हम युवाओं के जीवन का।
जी बहन,
भारत की दशा कुछ ऐसी ही है आज ।।
धन्यवाद
भारत के शीर्ष पदों पर बैठे हुए लोगों का आह्वाहन करती, देश की युवा पीढ़ी का चिंतन करती हुई बेहद खूबसूरत रचना ।
सादर आभार
बहुत खूब
धन्यवाद