Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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दोस्ती से ज्यादा
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सिला दिया उसने
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शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
भुला दिया उसने..
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बहुत ही लाजवाब
बहुत शुक्रिया लेकिन ये अधूरी ही पोस्ट हो गई थी गलती से इसके बाद मैंने उसको पूरा करके पोस्ट किया था बाद में।
जितना भी लिखा है सर ,बहुत अच्छा है