Categories: शेर-ओ-शायरी
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इस दीर्घ कविता के पिछले भाग अर्थात् चौदहवें भाग में दिखाया गया कि प्रतिशोध की भावना से ग्रस्त होकर अर्जुन द्वारा जयद्रथ का वध इस…
क्यों सत अंतस दृश्य नहीं
सृष्टि के कण कण में व्याप्त होने के बावजूद परम तत्व, ईश्वर या सत , आप उसे जिस भी नाम से पुकार लें, एक मानव…
शागिर्द ए शाम
जब शागिर्द ए शाम तुम हो तो खल्क का ख्याल क्या करें जुस्तजु ही नहीं किसी जबाब की तो सवाल क्या करें
शागिर्द ए शाम
जब शागिर्द ए शाम तुम हो तो खल्क का ख्याल क्या करेंजुस्तजु ही नहीं किसी जबाब की तो सवाल क्या करें
तेरे दुःख मेरा कर्ज
मेरे जीवन का किसान बनकर, तूने सफलता के बीज़ बोए | अपने सपने बेचकर तूने, मेरे मामूली ख़्वाब संजोए | अक्षर का शुरूआती ज्ञान देकर…
👍👍
🙏🙏
बहुत ख़ूब
शुक्रिया
Good
Thank You
बेहतरीन
बहुत शुक्रिया
बहुत खूब
आभार आपका
वाह वाह
शुक्रिया