Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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शारदे वंदना
मां वीणा वादिनी का नमन करते हुए इस नये सफर की शुरुआत करता हूं मा शारदे मेरी मा शारदे सद्विचारो भरा हमको संसार दे…
दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
कविता- तेरी महिमा न्यारी
महिला दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाए | कविता- तेरी महिमा न्यारी हे नारी महिमा तेरी न्यारी तुझसे है जग सारी | प्यार द्या दान…
पुरानी किताबो के पन्ने पलटकर देखो
पुरानी किताबो के पन्ने पलटकर देखो इश्क़ की गहराइयो मैं खुद उतरकर देखो इश्क़ से गहरा समंदर भी नही बस एक बार आज़माकर देखो चंद…
माँ शारदे वरदान दो
माँ शारदे वरदान दो वरदायिनी वरदान दो मेरे उर में तेरा वास हो हर रोम में प्रकाश हो सन्मार्ग पर मैं चल सकूँ मुझे अभय…
मां की महिमा अपरम्पार 🙏
मां स्वयं में संसार है और उस अनुसार का इतना सुंदर वर्णन कवि के द्वारा किया गया है की मेरे पास शब्द ही नहीं है
बहुत खूब शास्त्री जी