Categories: मुक्तक
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दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
न्याय बीमार पड़ी है, कानून की आँख में पानी है
अत्याचार दिन ब दिन बढ़ रहे हैं भारत की बेटी पर। रो-रो कर चढ़ रही बिचारी एक-एक करके वेदी पर ।। भिलाई से लेकर दिल्ली…
जातिवाद
जातिवाद लड़ते रहो तुम जातिवाद में कलम सर हो जायेगा ऑख उठाकर देख ना पाओगे काम कोई और कर जायेगा जातिवाद हैं दुश्मन हिन्दू का…
झूठ का पाश
खुद को,झूठ के एक लौह जाल में घेर लिया तुमने झूठ का ये लिहाफ़,क्यों ओढ़ लिया तुमने, ये भी झूठ और वो भी झूठ, हर…
भोजपुरी सरस्वती वंदना – मईया दया कईदा |
भोजपुरी सरस्वती वंदना – मईया दया कईदा | रात दिन मईया तोहरे नामवा के जापी , हमपे दया कइदा | तनी देतु दर्शनवा मईया दया…
Nice
धन्यवाद
Nice
Nyc
Hmmm
Good