Categories: मुक्तक
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अब बहुत अच्छा लगा मुझे
वर्ना मैं तो सोंच रही थी कविता लिखूँ या ना लिखूँ।
स्वागत है, आप जैसे श्रेष्ठ लोगों का सदैव स्वागत।
मैं तो नाचीज हूं
Nice line
🙏
भरा पूरा परिवार देखकर बहुत अच्छा लग रहा है मुझे
अतिसुंदर भाव
सादर धन्यवाद जी
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