Categories: अवधी
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दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
इनके तीर(पास)
चीन होइ या पाकिस्तान होइ इनके तीर(पास) खाली दहशतगर्दइ हँइ कोई अउर कामु तऊ आवति नाइ खाली दिमाग शैतान केर घर होति हई। तबहें तऊ…
भारत की व्यंजन गाथा।
खाना एक संगीत हैं, और भारत उसका स्वर, उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम तक यहां प्यार फैला हर जगह। यहां के रसोईघर में छुपा…
“मैहर वाली माई”
मैहर वाली माई के , मनावै के होई | जागि जागी जगत के , देखावै के होई | दुनिया में माई को , बतावै के…
प्रेम
मेरी लेखनी में अभी जंग लगा नहीं। प्रेम के सिवा दूजा कोई रंग चढ़ा नहीं। प्रेम में लिखता हूँ, प्रेम हेतु लिखता हूँ। प्रेम पर…
👌👌👏👏 बहुत नीक मज़ा आइ गा
Thanks
वेलकम
निम्मन रचना
धन्यवाद आपका हौसलाफजाई के लिए 🙏🙏
वाह
धन्यवाद
बहुत बढ़िया