बेटियां

बेटियां तो जिंदगी का मूल हैं
बेटियां शुभकामना स्फूर्ति हैं,
वंश चलने की न कर चिंता मनुज,
बेटियां निज वंश की ही पूर्ति हैं,

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Responses

  1. कवि के साथ सावन की इस बेबसाइट को भी धन्यवाद है जो बेटी पर इतनी सुन्दर पंक्तियाँ पढ़ने को मिली

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