दोस्ती ना सही…
दोस्ती ना सही,
दुश्मनी तो मत निभाओ।
चार बातें बनाकर,
यूं ठहाके तो मत लगाओ।
यूं तो दिल सबका दुखता है,
उसे और ना दुखाओ।
माना तुम काबिल हो ,
अपने मुकाम पर।
मगर मेरी काबिलियत पर ,
यू सवाल ना उठाओ ।
दोस्ती ना सही,
दुश्मनी तो मत निभाओ।
चार बातें बनाकर,
यूं ठहाके तो मत लगाओ।
यूं तो दिल सबका दुखता है,
उसे और ना दुखाओ।
माना तुम काबिल हो ,
अपने मुकाम पर।
मगर मेरी काबिलियत पर ,
यू सवाल ना उठाओ ।
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क्या बात है! दमदार
हार्दिक धन्यवाद
अतिसुंदर
धन्यवाद
मार्मिक रचना
Thank you
Nice lines
धन्यवाद
शानदार
धन्यवाद सर
काबिलियत तो इंसान में है इतनी,
कि जननत भी झुका दे.
एक बार पहचान ले अपनी काबिलियत,
तो कुदरत भी हिला दे।
***************
आपकी काबिलियत आपको
कभी नहीं हराएगी
बहुत सुंदर विचार
बहुत बहुत धन्यवाद