Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
Related Articles
भोजपुरी गीत – होले होले डोले |
भोजपुरी गीत – होले होले डोले | तन मोरा होले होले डोले | मन मोरा डरे डरे बोले | कोरोना केहु जान ना ले ले…
चितचोर सावन
ए साजन आम के बाग में, झूला लगा दे। अब की बरस सावन के मधुर गीत सुना दे। रिमझिम बारिश में भीगे है मेरा तन…
आंगन
बचपन का आंगन कहीं छूट गया । पुराना मकान था जो टूट गया ।। ऊँची इमारतें खड़ी वहाँ, सैकड़ों परिवारों का बसेरा है । चारदीवारी…
एहे बरस के सावन मे (भोजपुरी गीत)
सावन में सावन में, एहे बरस के सावन मे आवऽ न गोलकी झूला झूलाईं एहे बरस के सावन मे सावन में सावन में , एहे……………………………………..…
हुड़दंग करेगे होली में
फिर आज गुलालों के खातिर बदरंग बनेगे होली में । अंग अंग पर रंग सजा हुड़दंग करेगे होली में ।। न जानेगे कितने रंग नये…
अति सुंदर भाव
बहुत-बहुत धन्यवाद
बहुत सुंदर शैली में व्यक्त आपकी रचना मन को भा गयी। सावन की यादें ताजा हो गई।
इतनी सुंदर समीक्षा हद बहुत-बहुत धन्यवाद
अतिसुंदर भाव
धन्यवाद
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति