Aie jindagi
ऐ जिंदगी,
तुम गम की राहों से निकल,
चल जहां गम के साए न हो,
चल वहां जहां खुशियों की जन्नत हो,
बहारे आएंगी और जाएंगी,
जीवन तो सुख और दुख का मेला है,
उसी मेले से तुझे गुजारना है,
गम के दरिया को तू किनारे कर,
खुशियों की दुनिया में तू कदम रख,
औरो के लिए ही नहीं खुद के
लिए भी तू जीना सीख,
ए जिंदगी,
तू गम की राहों से निकल |
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राही अंजाना - November 6, 2019, 5:17 pm
वह
Poonam singh - November 6, 2019, 10:31 pm
Thanks
देवेश साखरे 'देव' - November 6, 2019, 8:52 pm
सुन्दर रचना
Poonam singh - November 6, 2019, 10:32 pm
Thanks
NIMISHA SINGHAL - November 6, 2019, 9:12 pm
सुंदर रचना
Poonam singh - November 6, 2019, 10:32 pm
Thanks
Pt, vinay shastri 'vinaychand' - November 6, 2019, 11:37 pm
Sunder
Poonam singh - November 7, 2019, 3:24 pm
Thanks
nitu kandera - November 8, 2019, 9:35 am
Nice
राही अंजाना - November 11, 2019, 11:55 am
वाह
देवेश साखरे 'देव' - November 11, 2019, 12:07 pm
Nice
Abhishek kumar - November 24, 2019, 11:35 pm
तुझसे नाराज़ नहीं जिंदगी