Kahte the log
समय नहीं समय नहीं यह कहते थे लोग,
लगता था यह ज़िन्दगी बन गयी एक बोझ.
जीवन यूँ ही काम करते हुए बीत जायेगा,
अपना बस नाम का ही अपना रह जायेगा.
समय एक सा ही नहीं रहता है हरदम,
इसी आस में बीत जाता हर एक का जीवन.
सपनो को संजोये ही चला जाता हर मानव,
गुलाम बनाये रहता नौकरशाही का दानव .
हर घटना आती है एक नया सन्देश लिए,
अपनों के साथ भी जी एक नया उपदेश दिए.
सुख हो या दुःख जी लेंगे ज़िन्दगी का हर पल,
मत हो उदाl यह दुरी भी होगी बीता कल.
Beautiful
बहुत सुंदर पंक्तियां
सुन्दर अभिव्यक्ति
हाँ शीघ्र ही हम सबो को इस संकट से निजात मिले
सच कहा आपने पूरी जिंदगी ऐसे ही बीत जाती काम करने में
बहुत सुंदर भाव
बहुत खूब, बहुत सुंदर
Very nice👏👍😊
अतिसुंदर रचना
Very nice😊👏👍