आदत

December 2, 2017 in Other

तुम्हारी मुस्कान जब बनी मेरी आदत..
तुम बने मेरी क़यामत तक की इबादत..
यादों की लहरें जब बनीं मेरा सहारा..
डूबती रही जान, दूर हुआ किनारा..