सफ़र:सीख से सफलता तक

June 22, 2023 in हिन्दी-उर्दू कविता

हार को भी स्वीकार करना सीखो
मुश्किलों में संकल्प लिए बढ़ना सीखो
ज़िंदगी है कई इम्तिहानों से भरी
इन इम्तिहानों को मुस्कुरा कर पार करना सीखो
रास्ते में भले ही सामना हो कांटों से
उन काटों को फूल समझकर लांघना सीखो
गलतियों से घबराकर मुंह मोड़ने के बजाय
उनसे सीख लेकर आगे की ओर चलना सीखो
उतार चढ़ाव हैं सिक्के के दो पहलू समान
विकट परिस्थितियों में तटस्थ रहना सीखो
व्यर्थ समय पर अफ़सोस न करके
मौजूदा समय का सदुपयोग करना सीखो
असफलता की अंधकार से डरने के बदले
बुलंद हौसले से उजाले का उत्पादन करना सीखो
आत्मविश्वास व भरोसे का गहना पहन
जीवन को सही ढंग से जीना सीखो