poem for teacher

September 1, 2019 in हिन्दी-उर्दू कविता

टीचर हमको रोज पढ़ते।
नित नया ज्ञान दे जाते।
हमारे उज्जवल भविष्य की नीव वो रखते।
अध्यन की सारी समस्याओ की गुत्थी सुलझाते।
टीचर हमको रोज पढ़ते।
बड़ो का सम्मान है करना ।
छोटो से प्यार है करना।
माता पिता से आशीर्वाद है लेना।
बहुत सारी व्यवहारिकता सिखलाते।
टीचर हमको रोज पढ़ते।
कभी आईंस्टीन के बारे मे बताते।
कभी डॉ कमाल के कारनामे बताते।
रोज हमारे उज्जवल भविषये की कामना कर ढेर सारा आशीर्वाद दे जाते।
टीचर हमको रोज़ पढ़ते।
कवयित्री सुधा गोयल