वतन

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Jai hind

सूरज ऊगा था, उस दिन कुछ ऐसा नया जीवन मिला हो , लगा था कुछ वैसा आज़ाद पंछी की तरह जब ली थी साँस सबने,…

वतन

वतन पे है नजर जिसकी बुरी उसको मिटा देगें,,, सबक ऐसा सिखा देगें कि धड से सर उडा देगें।। जहाँ पानी बहाना है वहां पर…

26 जनवरी

….गणतंत्र दिवस…. लो फिर आ गई २६ जनवरी, नौजवानों को समझाने, क्या होता गणतंत्र ये, बलिदानों का गुण गाने, आज के हर युवा का फ़र्ज़…

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