अग्यार
‘शायद कि उन ने जीस्त को बाजार था माना,
वो हो अग्यार जिन्हें यार था माना..’
– प्रयाग
मायने :
जीस्त – ज़िन्दगी
अग्यार – पराए लोग
‘शायद कि उन ने जीस्त को बाजार था माना,
वो हो अग्यार जिन्हें यार था माना..’
– प्रयाग
मायने :
जीस्त – ज़िन्दगी
अग्यार – पराए लोग
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बहुत खूब
शुक्रिया
सुन्दर प्रस्तुति
आभार आपका
उत्तम
शुक्रिया
Sunder
आभार आपका