अभिनन्दन

सुबह के सूर्य को अभिनन्दन
देवों के देव को अभिनन्दन ।
है अपनी जीत को अभिनन्दन
है अपनी हर को अभिनन्दन ।

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दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

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