आंख का पानी
कभी नाउम्मीद हो जाती हूं जब उनसे,
फकत दो बूंद गिरती हैं मेरी आंख से।
चैन सा आता है,
बहुत पानी है बॉडी में ,मेरा क्या जाता है।
———— फकत मतलब केवल
विज्ञान के अनुसार हमारे शरीर में 70% पानी होता है।
कभी नाउम्मीद हो जाती हूं जब उनसे,
फकत दो बूंद गिरती हैं मेरी आंख से।
चैन सा आता है,
बहुत पानी है बॉडी में ,मेरा क्या जाता है।
———— फकत मतलब केवल
विज्ञान के अनुसार हमारे शरीर में 70% पानी होता है।
Please confirm you want to block this member.
You will no longer be able to:
Please note: This action will also remove this member from your connections and send a report to the site admin. Please allow a few minutes for this process to complete.
वाह
शानदार, लाजबाब, जितनी प्रशंसा की जाये कम है। कवि शिरोमणि हैं आप।
बहुत सुंदर समीक्षा के लिए बहुत बहुत आभार एवं धन्यवाद आपका 🙏
आपकी प्रेरणादायक समीक्षा बहुत उत्साहवर्धन करती हैं।
आपकी शेर में काफी दम है।
इसलिए तो आज फलक पे है।।
बहुत बड़ी बात है मेरे लिए। बहुत बहुत धन्यवाद आपका।
आप लोगों की सुंदर सुंदर समीक्षाएं ऊर्जा प्रदान करती हैं।
🙏🙏
अति सुन्दर
Thank you very much pragya ji
बहुत खूब
शुक्रिया पीयूष जी