Categories: शेर-ओ-शायरी
anupriya sharma
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दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
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रिश्ते
सब रंगो का मेल होते है दुःख सुख में साथ होते है बुरे हो या अच्छे रिश्ते तो रिश्ते होते है रिश्तो के भी कई…
कविता:- अक्सर भूल जाता हूं मैं!!
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एक राह अक्सर चलोगे मिले न मिले तुम याद अक्सर करोगे, हम गुमसुम बैठे अगर तुम बात अक्सर करोगे , नुमाइश होगी कुछ अगर पूछ…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
bht khoob
thank u ankit
nice
thanks
वाह बहुत सुंदर रचना
बहुत खूब