Categories: मैथिली कविता
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ओ बीते दिन
ओ बीते दिन ये उन दिनों की बात है,जब बेरोजगारी का आलम पूरे तन मन मे माधव के दीमक में घोर कर गया था,घर की…
दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-10
दीर्घ कविता के इस भाग में दुर्योधन के बचपन के कुसंस्कारों का संछिप्त परिचय , दुर्योधन द्वारा श्रीकृष्ण को हरने का असफल प्रयास और उस…
नवल
नवल सृजन हो,नवल सृष्टि हो उर अंतर में,नवल बृष्टि हो नवल दिशा हो नवल दृष्टि हो -विनीता श्रीवास्तव(नीरजा नीर)-
अब क्या देखूँ हे गिरिधारी
इन अँखियों न देखी बड़ दुनिया अब क्या देखूँ हे गिरिधारी? जब भी देखा दुनिया में तो देखा पंचविकार कबाड़ी।। काम दिखा और लोभ दिखा।…
कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन पर कविता
आगाज हिन्दुत्व का 6 दिसम्बर 2021 : आने वाला महान शौर्य दिवस कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन कृष्ण लला हम आएंगे अपना वचन निभाएंगे जहां पर…
नीक
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गुड