दया भाव रखो

अपनी आंखों में
दया भाव रखो
मदद करो गरीबों की
उनकी सेवा में खपो।
मिलेगा सुख स्वयं के भीतर से
कभी हरि नाम जपो,
मदद में लगो।

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Responses

  1. वाह, क्या ख़ूब लिखा है।बहुत सुंदर भाव। प्रत्येक भाव को बहुत ही सलीके से लिखते है सर, इस विलक्षण प्रतिभा को सलाम ।

    1. आपके द्वारा की गई इस सुंदर समीक्षा हेतु हार्दिक अभिवादन करता हूँ। आपने भाव को ग्रहण कर समीक्षा दी, सादर धन्यवाद, गीता जी

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