योग दिवश पर विशेष

योग के अलौकिक गुणों के माध्यम से कोरोना को दें मात

रोगी के शरीर को योग के माध्यम से धीरे धीरे रोग मुक्त कर दें उसे हम योग कहते हैं योग के कई परिभाषा हैं। योग बहुत ही प्राचीन एवं धार्मिक पध्दति हैं जिसका उल्लेख वेद पुराणों में भी मिलता हैं। योग के दम पर ही हमारे ऋषि महात्मा अपने शरीर को रोगमुक्त एवं बलशाली बनाते थे जिसके बल पर ऋषि मुनि वर्षों तक जीवित रहते थे। योग एक ऐंसा साधन है जिसे निरन्तर करने से मनुष्य अपने शरीर को स्वस्थ एवं निरोगी रख सकता हैं और साथ ही साथ अपने मन को शांत व चंचल (स्फुर्ति) बना सकता हैं। अगर नियमित रूप से योग को अपने दिनचर्या में शामिल किया जाये तो भारत में रोगीयों का स्तर कम हो सकता है। इस समय तमाम तरह के विषाणु (वाइरस), बैक्टेरिया का जन्म हो रहा हैं जो मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही घातक सिद्ध हो रहें है। इस समय कोरोना जैसे वाइरस से पुरा विश्व परेशान हैं कोरोना को मात देने के लिए अलग-अलग प्रकार के वैक्सीन भी तैयार किये जा रहें हैं वहीं भारत में भी कोरोना से बचने के लिए वैज्ञानिक एवं योग पद्धति का सहारा लिया जा रहा है। भारत सरकार एवं अन्य विदेशी राज्य अलग अलग पद्धति से कोरोना का उपचार करने व ढुढ़ने में लगे हैं। लेकिन कोरोना को योग के माध्यम से भारत में सफलता मिलते दिख रहा हैं। योग साधना करने से कोरोना को मात दिया जा सकता हैं। हमारे देश में कई योग गुरु निरन्तर कोरोना से बचने के लिए लड़ने के लिए योग करने का सलाह दें रहें हैं। योग गुरु बाबा रामदेव भी भारत देश के साथ-साथ पुरे विश्व के लोगों को योग के तौर तरीके से अवगत करा रहें हैं जिससे योग के कुछ स्टेप्स जो कोरोना के लिए बेहद कारगर साबित हो रहें है जिसे लोग आजमाकर अपने जीवन शैली में बदलाव कर सकें। मौजूदा हाल में जब तक कोई वैक्सिन नहीं आ जाता तब तक योग के ही माध्यम से कोरोना वाइरस को मात देने में सफल हो सकते हैं। कोरोना वाइरस के लिए अपना इम्यून पावर मजबूत करने के लिए हमें उष्ट्रासन,धनुरासन,सुप्त बध्द (लेटकर) कोणासन, अनुलोम-विलोम,कुभंक एवं सूर्य नमस्कार करना चाहिए। इन सभी योग को करने से हमारे शरीर में एक अलग प्रकार का खिंचाव आता हैं जिससे शरीर का अंग तेजी से कार्य करने लगता हैं जिसके कारण हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के क्रिया-कलाप होने के कारण स्प्लीन छाती के ऊपरी वाला भाग जो हमारे शरीर का रक्षा करता हैं व फेफड़े को एक आवरण की तरह सुरक्षा प्रदान करता हैं एवं हमारे शरीर के लिम्फ नोड्स एक्टिव रहते हैं लिम्फ नोड्स अपने तरल पदार्थ के साथ टी-सेल और बी-सेल को लेकर बाहरी वातावरण के वाइरस व हानिकारक जर्म्स से लड़ने में सहायक होते है। एंव शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में हमारा मदद करता हैं। इन सब योग को करने से हमारा थाइमस ग्रंथि भी एक्टिव रहता हैं थाइमस ग्रंथि गर्दन के नीचले हिस्से एवं छाती के ऊपरी भाग पर स्थित होता हैं जो एक प्रकार का महत्वपूर्ण हारमोन श्रावित करता हैं। उस हार्मोन से हमारे इम्यून सिस्टम को बुस्ट करने में मदद मिलता हैं एवं शरीर हमारा खतरनाक वाइरस एवं बैक्टेरिया से लड़ने में सक्षम हो जाता हैं। अभी हाल में ही योग के माध्यम से कोरोना वाइरस को मात देने के लिए उन मरीजों को शामिल किया गया जो कोरोना पाज़िटिव थे उन्हें नियमित तीन घण्टे योग करने का सलाह दिया गया। आइसोलेशन में रहते हुए कोरोना संक्रमित मरीज योग के माध्यम से कोरोना का जंग जीत कर अपने आप को स्वस्थ्य एवं निरोगी बना लिए जिसे देख डॉक्टर भी दंग रह गये। इस पध्दति को अपनाकर बहुत से डाक्टर कोरोना मरीजों का उपचार करने में लगे हैं अगर सभी लोग योग साधना करना आरम्भ कर दें तो भारत कोरोना को मात देने में काफी हद तक सफल हो सकता हैं। योग हमारे जीवन में सबसे बढ़िया विकल्प हैं अपने आपको स्वस्थ एवं निरोगी रखने के लिए कोरोना जैसी महामारी को हराने के लिए हमें देश के समस्त लोगों को योग के प्रति जागरूक करना होगा एवं अपने परिवार एवं मित्रों को योग से जोड़ना होगा और योग के अलौकिक गुणों के बारे में विस्तार से बताना होगा।

महेश गुप्ता जौनपुरी

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