वंदेमातरम
मां तुझ से है मेरी यही इल्तज़ा।
तेरी खिदमत में निकले मेरी जां।
तेरे कदमों में दुश्मनों का सर होगा,
गुस्ताख़ी की उनको देंगे ऐसी सजा।
गर उठा कर देखेगा नजर इधर,
रूह तक कांपेगी देख उनकी कज़ा।
कभी बाज नहीं आते ये बेगैरत,
हर बार शिकस्त का चखकर मज़ा।
दुश्मन थर – थर कांपेगा डर से,
वंदे मातरम गूंजे जब सारी फिज़ा।
देवेश साखरे ‘देव’
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Priya Choudhary - June 30, 2020, 7:42 am
🇮🇳🇮🇳 बहुत सुंदर🇮🇳🇮🇳
देवेश साखरे 'देव' - June 30, 2020, 6:52 pm
धन्यवाद
Pt, vinay shastri 'vinaychand' - June 30, 2020, 10:47 am
बेहतरीन भाव
भारत माता की जय
देवेश साखरे 'देव' - June 30, 2020, 6:52 pm
धन्यवाद
Pragya Shukla - June 30, 2020, 3:08 pm
जय हो
देवेश साखरे 'देव' - June 30, 2020, 6:52 pm
धन्यवाद
Yuvraj Mudit - July 1, 2020, 2:49 pm
nice
Antima Goyal - July 7, 2020, 9:47 pm
nice
Sulekha yadav - July 7, 2020, 10:07 pm
nice
Abhishek kumar - July 10, 2020, 11:00 pm
👌👌
Satish Pandey - July 11, 2020, 1:24 pm
वाह जी वाह
Anita Sharma - July 12, 2020, 11:21 am
Nice
Abhishek kumar - July 31, 2020, 2:16 am
बहुत ही उम्दा रचना