हमन प्रबुधिया नोएन गा
“हमन परबुधिया नोएन गा”
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जांगर पेरत पसीना चुचवावत,
भुइय्या के छाती म अन उगावत,
चटनी बासी के खवैय्या आवन न,
येहर धान के कटोरा हावे गा,
हमन परबुधिया नोएन रे,
सुघ्घर छत्तीसगढ़िया आवन गा ||
मोर छाती म बिजली पानी,
रुख राई अउ जंगल झाड़ी,
कोयला के खदान हावे गा,
हमन परबुधिया नोएन रे,
सुघ्घर छत्तीसगढ़िया आवन गा ||
चारो मुड़ा हे नदिया नरवा,
हीरा लोहा टिन के भंडार हावे,
इहाँ के लोहा जपान जाथे न,
बैलाडीला भिलाई महान हावे,
हमन परबुधिया नोएन रे,
सुघ्घर छत्तीसगढ़िया आवन गा ||
इहाँ के जंगल म तेंदू पत्ता,
साल सागौन के रवार हावे न,
हर्रा बेहड़ा चार महुवा तेंदू,
लाख कत्था अउ जड़ी बूटी,
हमन परबुधिया नोएन रे,
सुघ्घर छत्तीसगढ़िया आवन गा ||
इहाँ के भुइय्या म महानदी,
अरपा पैरी अउ इंद्रावती न,
तीरथगढ़ चित्रकूट झरना हावे,
खारुन शिवनाथ केलो रेंड नदियां,
मैनपाट घलो स्थान हावे न,
हमन परबुधिया नोएन रे,
सुघ्घर छत्तीसगढ़िया आवन गा ||
सबले ऊँचा गौरालाटा हावे न,
महामाया अउ बम्बलाई माता,
सम्बलाई माई दन्तेश्वरी दाई,
गंगरेल अउ हसदो बाँध हावे न,
हमन परबुधिया नोएन रे,
सुघ्घर छत्तीसगढ़िया आवन गा ||
हैहयबंसी राज करिस इहाँ,
पाण्डबंसी अउ सोमबंसी राजा,
सिरपुर अउ रतनपुर के घलो,
इतिहास ह भारी हावे न,
हमन परबुधिया नोएन रे,
सुघ्घर छत्तीसगढ़िया आवन गा ||
लक्ष्मण मंदिर भोरम देवा,
कैलाश गुफा अउ मंदकुद्वीपे,
इहाँ ये सबो स्थान हावे न,
हमन परबुधिया नोएन रे,
सुघ्घर छत्तीसगढ़िया आवन गा ||
वीरनरायन जइसे सपूत महान,
स्वामीआत्मानंदा गुरु घासीदास,
सुंदर लाल शर्मा इहाँ गाँधी घलो न,
एखरे सेती भीम बोलत हावे न,
हमन परबुधिया नोएन रे,
सुघ्घर छत्तीसगढ़िया आवन गा ||
रचनाकार
सहाशि योगेश ध्रुव”भीम”
Nice
धन्यवाद सर जी
वाह
धन्यवाद सर
Good
धन्यवाद सर
bahut khoob
छत्तीसगढ़ की समग्रता का समां बांधती सुंदर रचना